जगत सिंह प्रथम (1628 – 1652 ई.)
Jagat singh Pratham
- – शाहजहाँ ने जगत सिंह प्रथम के समय प्रतापगढ़ व शाहपुरा रियासत को मेवाड़ से पृथक कर दिया था।
- – जगत सिंह प्रथम ने जगमंदिर का निर्माण पूर्ण करवाया।
- – जगत सिंह प्रथम ने उदयपुर में जगदीश मंदिर/जगन्नाथ राय मंदिर का निर्माण करवाया। इस मन्दिर को सपने में बना मन्दिर कहा जाता है। अर्जुन, भाणा तथा मुकुंद इसके वास्तुकार थे। इसी मंदिर में ‘जगन्नाथराय प्रशस्ति’ उत्कीर्ण है, जिसके रचयिता ‘कृष्णभट्ट’ थे। इस प्रशस्ति से हल्दीघाटी युद्ध की जानकारी प्राप्त होती है।
- – जगत सिंह प्रथम ने मोहन मंदिर व रूप सागर तालाब बनवाया। उनकी धाय माँ नौजूबाई ने उदयपुर में ‘धाय मंदिर’ बनवाया।
- – जगत सिंह प्रथम के काल को मेवाड़ चित्रकला शैली का स्वर्णकाल माना जाता है। इन्होंने चित्रशाला विभाग की स्थापना की थी।
- – जगत सिंह ने चित्रों की ओबरी का निर्माण करवाया, जिसे ‘तस्वीरां रो कारखानों’ कहा जाता है।
- – जगत सिंह अपनी दानवीरता के लिए प्रसिद्ध था।