महाराणा भीम सिंह (1778 – 1828 ई.)
Maharana Bhim singh
- – भीम सिंह ने 13 जनवरी, 1818 ई. को मराठों के भय से अंग्रेजों से संधि कर ली थी। इस संधि पर मेवाड़ की ओर से ठाकुर अजीत सिंह (आसींद, भीलवाड़ा) तथा अंग्रेजों की ओर से चार्ल्स मैटकॉफ ने हस्ताक्षर किए थे।
- – भीम सिंह की पुत्री कृष्णा कुमारी से विवाह के लिए मार्च, 1807 ई. में जोधपुर के महाराजा मान सिंह एवं जयपुर के महाराजा जयसिंह द्वितीय के बीच गिंगोली (परबतसर, नागौर) का युद्ध हुआ। इसमें जयसिंह द्वितीय की जीत हुई।
- – अमीर खाँ पिण्डारी व अजीत सिंह चुंडावत के सलाह पर कृष्णा कुमारी को जहर दे दिया गया।
- – इनके समय फरवरी, 1818 ई. में कर्नल जेम्स टॉड एजेंट के रूप में उदयपुर आया था।
- – भीम सिंह की रानी पदमेश्वरी ने पिछौला झील के तट पर भीमपदेश्वर शिवालय बनवाया। इनके समय भौमगढ़ दुर्ग तथा टॉडगढ़ दुर्ग का निर्माण हुआ।
- – इनके समय चारण कवि किसना आढ़ा ने ‘भीम विलास’ ग्रंथ की रचना की।